एड्स डे संपन्न, नहीं मिला कोई एचआईवी पॉज़िटिव

कासगंज : - 

जनपद कासगंज के सभी सीएचसी व पीएचसी पर मनाया गया विश्व एड्स दिवस।

46 लोगों की हुई कॉउंसलिंग। 

एड्स के लक्षण व उपाय बताए।

बिरला हॉस्पिटल में एड्स दिवस मनाया गया, जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रीति श्रीवास्तव द्वारा फीता काटकर शुभारम्भ किया। दूसरी ओर सीएचसी अशोकनगर मे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आकाश और वीपीएम प्रेम कुमार द्वारा एड्स दिवस मनाया गया। एच आई वी कॉउंसलर प्रीति गौड़ द्वारा एच आई वी के लक्षण व उपाय बताए और 46 लोगों की काउंसलिंग की गई, जिसमे एक भी व्यक्ति एच आई वी संक्रमित नहीं मिला। 

 कासगंज जनपद में विश्व एड्स दिवस पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया । इस बार इसकी थीम 'वैश्विक एकजुटता साझा जिम्मेदारी' रखी गई है। कासगंज जनपद में यह आयोजन कासगंज, गंजडुण्डवारा, पटियाली  और अशोकनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से किया गया । इसमें जनपद स्तरीय गतिविधि के रूप में एचआईवी/एड्स और कोविड-19 के लिए जनजागरूकता स्टॉल लगाए गए और कोरोना से बचाव के बारे मे भी समझया गया।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. बी के  राजपूत  ने बताया कि कासगंज,सीएचसी अशोकनगर व बिरला अस्पताल,  पटियाली गंजडुंडवारा  सीएचसी पर एचआईवी/एड्स और कोविड-19 से बचाव और जागरुकता के लिए हुआ कर्यक्रम का आयोजन हुआ। इसके लिए कैंप के दौरान पोस्टर, बैनर और फ्लेक्स के माध्यम से लोगों में एड्स से बचाव के लिए लोगों मे जागरूकता पैदा की गई । 

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक  डॉ. आकाश ने बताया कि एड्स एचआईवी पॉजिटिव कोविड-19 के बारे में समझाया। आम जनता को बताया गया  कि एड्स कोई छुआछूत की बीमारी नहीं है, बल्कि इस पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग ठोस कार्य कर रहा है । 

एच आई वी कॉउंसलर प्रीति गौड़ ने बताया आम आदमी को भी एड्स रोगी से दूरी नहीं बनानी है और उसके साथ कोई भेदभाव का व्यवहार नहीं करना है। सभी को वैश्विक एकजुटता और साझा जिम्मेदारी निभानी है। इसके साथ ही कोविड-19 से बचाव के उपायों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी गई, कि सामाजिक दूरी बनाए रखें मास्क का प्रयोग ज़रूर करें भीड़ भाड़ वाली जगह से जाने से बचें।

एचआईवी पॉजिटिव से न करें भेदभाव

बहुत सारे लोग समझते हैं कि एड्स पीड़ित व्यक्ति के साथ खाने, पीने, उठने, बैठने से हो जाता है जो कि गलत है। ये समाज में एड्स के बारे में फैली हुई भ्रांतियां हैं। सच तो यह है कि रोजमर्रा के सामाजिक संपर्कों से एच.आई.वी. नहीं फैलता जैसे किः-

पीड़ित के साथ खाने-पीने से।

बर्तनों की साझीदारी से।  

हाथ मिलाने या गले मिलने से।  

एक ही टॉयलेट का प्रयोग करने से।

मच्छर या अन्य कीड़ों के काटने से।


 कार्यक्रम में डीटीओ बी के राजपूत ,मुख्य चिकित्सा अधिकछक डॉ आकाश एवं बीपीएम प्रेम कुमार  आईसीटीसी काउंसलर प्रीती, अहाना परियोजना ऑफिसर राजीव शर्मा  एस टी आई काउंसलर संध्या ,गोविन्द सेवा समिति टी आई  एच आई वी एड्स प्रोग्राम के मैनेजर अरविन्द कुमार व टी आई  स्टाफ रुखसार,अमन,पूजा,शिखा,आदि मौजूद रहे।

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