स्वस्थ परिवार, डायरिया मुक्त समाज

मथुरा:<

डायरिया से बचाव, स्वस्थ जीवन की ओर एक कदम 

जिंक और ओआरएस, डायरिया से सुरक्षा की जोड़ी

राल में आंगनबाड़ी केंद्र पर डायरिया से बचाव के लिए समुदाय स्तरीय माता बैठक आयोजित

डायरिया से बचाव के लिए हाथों को 20 सेकंड तक धोना चाहिए- जिला समन्वयक निदा 

जनपद मथुरा में डेटॉल बनेगा स्वस्थ इंडिया कार्यक्रम के तहत जागरण पहल और रैकिट इंडिया द्वारा संचालित डेटॉल डायरिया नेट जीरो प्रोजेक्ट के अंतर्गत ब्लॉक राल के आंगनबाड़ी केंद्र राल पर डायरिया से बचाव के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए समुदाय स्तरीय माता बैठक का आयोजन किया गया। बैठक का उद्देश्य शून्य से छह वर्ष तक के बच्चों में डायरिया से होने वाली मृत्यु दर को समाप्त (जीरो) करना है। इसमें संपूर्ण दस्त प्रबंधन के लिए डब्लूएचओ के सात सूत्रों पर विस्तार से चर्चा की गई। 

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश सिकरवार ने बताया कि जागरण पहल संस्था द्वारा सीएचसी राल पर डायरिया से बचाव के लिए जिंक और ओआरएस कॉर्नर स्थापित किया । उन्होंने संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जागरण पहल की टीम समुदाय स्तर पर घर-घर जाकर संपूर्ण दस्त प्रबंधन के लिए सुरक्षित स्वच्छ पेयजल, सुरक्षित शौचालय, रोटा वैक्सीन, स्तनपान, हाथों को धोने से संबंधित जानकारी लोगों के जानकारी देकर लोगों को जागरुक कर रहे हैं। डायरिया से बचाव  स्वस्थ जीवन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम हैं। जिंक और ओआरएस, डायरिया से सुरक्षा की जोड़ी के साथ माताओं की भागीदारी से जीरो डायरिया अभियान को मिलेगी सफलता। 

जागरण पहल संस्था की जिला समन्वयक निदा खानम ने बैठक में उपस्थित माताओं को स्वस्थ परिवारों से ही डायरिया मुक्त समाज बन सकता है इस पर चर्चा करते हुए डायरिया से बचाव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) का  घोल निर्जलीकरण को रोकने और इलाज करने के लिए एक प्रभावी तरीका है । यह विशेष रूप से डायरिया और उल्टी के मामलों में उपयोगी होता है, जिंक की टैबलेट एक महत्वपूर्ण पूरक है जो बच्चों में डायरिया के उपचार में मदद करती है और महिलाओं और बच्चों को हाथ धोने के सही तरीके व हाथों को 20 सेकंड तक धोना चाहिए। 

बैठक में गुलाबी दीदी पूजा शर्मा उपस्थित ने माताओं को बेबी बुक और डायरिया से संबंधित आईईसी मटेरियल का वितरण किया साथ ही हाथ धोने के सही तरीके 'सुमन-के' फार्मूले का प्रयोग करते हुए साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोने के बारे में जानकारी दी l उन्होंने बताया कि स्वस्थ रहने के लिए हाथों की अच्छी तरह से सफाई करनी चाहिए । सबसे पहले दोनों हथेलियों को सामने से साबुन लगा कर धुलें, हथेलियों को उल्टा कर साफ करें, फिर मुट्ठी की सफाई करें, अंगूठे की सफाई करें, नाखून को रगड़ कर साफ करें, कलाइयों की सफाई करें ।  इस मौके पर आंगनवाड़ी और लाभार्थी मौजूद रहे। 

संपूर्ण दस्त प्रबंधन के लिए डब्लूएचओ के सात सूत्र

- सुरक्षित स्वच्छ पेयजल

- सुरक्षित शौचालय

- हाथ धोना

- स्तनपान

- टीकाकरण (रोटा वैक्सीन)

- ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन)

- जिंक की


टैबलेट

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