रैकिट इण्डिया जागरण पहल संस्था ने बच्चों को डायरिया से बचने के बताए उपाय


मथुरा:<

    ग्राम पंचायत खामिनी के प्राइमरी स्कूल में बाल दिवस पर गिनाए हाथ धोने के फायदे, बच्चों ने स्टॉल लगाकर बाल दिवस का किया आयोजन 

      जनपद मथुरा के गाँव खामिनी में जागरण पहल संस्था की टीम द्वारा डायरिया से बचाव के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहें हैं। रेकिट इंडिया और जागरण पहल के सयुंक्त तत्वाधान में संचालित परियोजना" डेटाल बनेगा स्वस्थ इंडिया " डायरिया नेट जीरो कार्यक्रम के अंतर्गत बड़े पैमाने पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से समुदाय को डायरिया के प्रबंधन के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इस अभियान के तहत डब्ल्यू. एच.ओ.के सात बिंदुओं पर विशेष बल दिया जा रहा है।

जिला समन्वयक निदा खानम ने बताया कि पंडित नेहरू के जयंती बाल दिवस के अंतर्गत गाँव खामिनी के प्राइमरी स्कूल में बाल दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों ने खाने पीने के स्टॉल लगाकर बाल दिवस का आयोजन किया, जिसमें जागरण पहल टीम द्वारा डायरिया से जागरूक करने के लिए अध्यापक व बच्चों को 20 सेकंड हाथ धोने के फायदे गिनाए व हाथ धोने का तरीका बताया। अध्यापिकाओं व बच्चों को टीम द्वारा 0 से पांच वर्ष के बच्चों में डायरिया से होने वाली मृत्यु व डायरिया से बचाव की जानकारी दी। महिलाओं को दस्त प्रबंधन के बारे में समझाया। डायरीया से बचाव के लिए बताया साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें। डेटॉल साबुन से हाथ धोएं, सुरक्षित स्वछ पेजल, सुलभ शौचालय, केवल स्तनपान, टीकाकरण व ज़िंक टेबलेट और ओ आर एस घोल के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बैठक के अंत में जागरण पहल टीम ने वहाँ मौजूद अध्यापिकाओं को साबुन भी वितरित किए।

गुलाबी दीदी शालिनी चौहान ने हाथ धोने के लिए सुमन-के हाथ धोने के प्रयोग बताते हुए एस- सीधा, यू- उल्टा, एम- मुट्ठी, ए- अंगूठा एन- नाखून और के- कलाई के बारे में समझाया गया। इसके बाद उन्हें सबसे पहले कलाई, फिर हाथ की उलटी तरफ, फिर मुट्ठी, उसके बाद अंगूठा, फिर नाखून और अंत में फिर कलाई को साफ करना सिखाया गया। व बताया कि हाथ धोकर पोंछे नहीं हाथ धोने के बाद उसे हवा में ही सुखाएं। साथ ही घरों व आसपास सफाई रखने के महत्व के बारे में भी जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि बार-बार हाथों को 20 सेकेंड तक साबुन और पानी से धोना है। साथ ही खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, बच्चों को खाना खिलाने से पहले, स्तनपान से पहले, मल निपटाने के बाद, शौच के बाद हाथों कचरा निपटान, पालतू जानवरों को छूने व चारा डालने के बाद हाथों को जरूर धोना चाहिए।

कार्यक्रम के दौरान प्रधानाध्यापिका रेनू व अध्यपिकाए एवं बड़ी संख्या में बच्चे मौजूद रहे

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