कासगंज :–
-कार्यक्रम में 21 कॉउंसलिंग व 57 रोगियों का नि:शुल्क इलाज व 3 मानसिक विकलांग प्रमाण पत्र बनाए गए
75 लाभार्थी को परिवार नियोजन का निशुल्क लाभ मिला
जिले मे राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के नेतृत्व में संयुक्त जिला चिकित्सालय में मानसिक स्वास्थ्य मेगा शिविर व खुशहाल परिवार दिवस का आयोजन हुआ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनींद्र कुमार व मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस. पी. सिंह सिद्धू ने फीता काटकर व हस्ताक्षर अभियान चलाकर शिविर का शुभारंभ किया।
शिविर में मानसिक रूप से अस्वस्थ 21 लोगों की काउंसलिंग व 57 लोगों को नि:शुल्क उपचार व 3 विकलांग प्रमाण पत्र बनाए | शिविर में वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ आनंद स्वरूप द्वारा डाउन सिंड्रोम के बारे में लोगों को जागरूक किया | वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ कृष्ण अवतार द्वारा हड्डी रोग परामर्श प्रदान किया, डॉक्टर यश कुमार द्वारा मरीजों के मानसिक परामर्श दिया गया | परिवार नियोजन काउंसलर पूनम सक्सेना द्वारा परिवार कल्याण सेवाएं प्रदान की गई | एवं अन्य मौसमी बीमारियों से ग्रसित लोगों की जाँच व उपचार किया गयाशिविर में क्षय रोग, कोरोना जांच, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य परीक्षण, नेत्र परीक्षण, कोरोना टीकाकरण, परिवार नियोजन हेल्प डेस्क लगाए, व दवाओं का भी वितरण किया गया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने कहा कि सकारात्मक सोच व सकारात्मक दिनचर्या से मानसिक बीमारियों को दूर किया जा सकता है।
मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनींद्र कुमार ने लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी | उन्होंने मानसिक रूप से अस्वस्थता को किसी अंधविश्वास से न जोड़कर समय रहते इलाज कराने की बात कही | इसके साथ ही उन्होंने बताया कि खुशहाल परिवार दिवस पर परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने पर जोर दिया जा रहा है । महिला और पुरुष नसबंदी के साथ ही कंडोम, आईयूसीडी व पीपीआईयूसीडी, अंतरा और माला-एन जैसे परिवार नियोजन के साधनों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इन साधनों को अपनाने से होने वाले फायदों को भी गिनाया गया।
मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस. पी.एस सिंह सिद्धू ने बताया - नियमित दिनचर्या, खुशहाल जीवनशैली, व्यायाम, मनोरंजन आदि से तनाव और अवसाद को दूर किया जा सकता है। ।व कोरोना से बचाव और मास्क व दो गज़ की दूरी, साफ सफाई का विशेष ख्याल रखने और कोविड टीकाकरण के बारे में जागरुक किया।
मानसिक काउंसलर अरुण कुमार शर्मा ने बताया कि इन बीमारियों का इसका शुरूआती लक्षण तनाव है, इसलिए तनाव को अनदेखा न करें। अवसाद का समय पर उपचार न किया जाए, तो कुछ केस में अनहोनी तक की स्थिति देखी जा सकती इसलिए अवसाद के लक्षणों को पहचानें, उसे अनदेखा न करें | वह चाहे , घरेलू स्तर पर हों या सामाजिक स्तर पर व कार्यक्षेत्र पर | अगर स्थिति रोकथाम से बाहर है =, नींद न आना, बेचैनी, डर, शंका, शक, अवसाद आदि मानसिक अस्वस्थता है | ऐसे लोग जिला अस्पताल में सोमवार से शनिवार को ओपीडी में सम्पर्क कर सकते है।
परिवार नियोजन काउंसलर पूनम सक्सेना ने जिला अस्पताल पर छोटे परिवार के बड़े फायदे के बारे में भी बताया गया। इस दौरान 2 पीपीआईयूसीडी व 5 अंतरा इंजेक्शन लगाये गए । इसके साथ ही 18 छाया,15 माला-एन गर्भनिरोधक गोली व 35 कंडोम का वितरण भी किया गया।
कासगंज निवासी 26 वर्षीय प्राची ने बताया उनको नींद नहीं आती थी बेचैनी रहती डर लगता था उन्होंने बताया आज मानसिक शिविर में आकर उन्होंने अपनी जाँच कराई उनकी काउंसलिंग की काउंसलिंग में उन्हें बताया कि नींद न आने की बजह से बेचनी ओर डर लगता है। जिसका उपचार अस्पताल से किया जाएगा, उन्हें संतुलित आहार व व्यायाम के बारे में चिकित्सक ने बताया।
कासगंज निवासी रानी ने बताया आज अस्पताल पर रानी ने अंतरा गर्भनिरोधक इंजेक्शन की छठी डोज़ लगवाई है। उन्होंने बताया आशा बहनजी ने परिवार नियोजन के साधन अंतरा इंजेक्शन के बारे में बताया व छोटा परिवार सुखी परिवार के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान डॉ. आनंद स्वरुप, डॉ. कृष्ण अवतार, डॉ. यश, अर्श काउंसलर शुभम पचौरी, अस्पताल प्रबंधक राजवीर सिंह, डाईटिशीयन शिखा मिश्रा, शिल्पी सक्सेना, पूजा, अंकुर वरुआ, फार्माशिष्ट सुरेश कुमार, प्रमोद कुमार संध्या यदुवंशी, सोनम सक्सेना आदि मौजूद रहे |
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