तेरा जीवन कोई दान नहीं – डॉ कंचन जैन "स्वर्णा"


अलीगढ़ :–

किसी के शब्दों से तेरी हार नहीं।

तेरी प्रेरणा तेरा मुक्ताहार है,

किसी के शब्द तीर सामान नहीं।

जा एक युद्ध तेरा तुझसे है,

तेरे प्रयास किसी बैसाखी के,

 मोहताज नहीं।

जो दौड़ा ही नहीं,

वो कभी जीता ही नहीं।

किसी के शब्दों से तेरी हार नहीं।

अपने प्रयासों को कर बुलंद इतना,

तेरा जीवन प्रेरणा है,

कोई दान नहीं।

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