अलीगढ़ :–
-20 मई 2022 तक यूके, यूएसए, यूरोप, आस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों से मंकीपॉक्स के मामले संसूचित हुए
दुनिया भर में मंकीपॉक्स को लेकर भारत सरकार ने गाइडलाइन जारी की है। यह एक वायरल जुनेटिक बीमारी है। जो मुख्य रूप से मध्य तथा पश्चिमी अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षा वन क्षेत्रों में होती है कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में भी रोग का प्रसार संसूचित हुआ है। तथा मंकीपॉक्स में अधिकतर बुखार चकत्ते तथा सूजी हुई लिम्फोनोटस जैसे- लक्षण पाए जाते हैं। जिनके कारण अनेक प्रकार की चिकित्सकीय जटिलताएं भी हो सकती है। मंकीपॉक्स जानवरों से मानवों में अथवा एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फ़ैल सकता है। यह वायरस कटी एवं फटी त्वचा व बहुत छोटे घाव से सांसनली या म्यूकोसा के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। माना जाता है मानव से मानव संचरण मुख्य रूप से बढ़ आकार के रेस्पिरेट्री ड्रॉपलेट के माध्यम से होता है। इसके लिए दीर्घ अवधि का निकट सम्पर्क आवश्यक है। यह रोग शारिरीक द्रव्यों या घाव के श्रॉव के साथ सीधे सम्पर्क से अथवा अप्रत्यक्ष सम्पर्क जैसे संक्रमित व्यक्ति के कपड़ों तथा बिस्तर के माध्यम से भी संचरित हो सकता है। इस रोग का इनक्यूबेशन पीरियड आम तौर पर सात से 14 दिन का होता है। संक्रमित व्यक्ति चकत्ते के दिखने से एक-दो दिन पहले से सभी चकत्ते की पपड़ी गिरने तक संक्रामक बना रह सकता है।
अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण एडी हेल्थ डॉ. वीके सिंह ने कहा अगर कोई व्यक्ति यूके, यूएसए, यूरोप, आस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे ऐसे देशों की 21 दिनों के भीतर यात्रा करके आया है और अगर उस व्यक्ति में चकत्ते, बुखार या फिर सूजन के लक्षण दिखाई दें। तो तुरंत जिला सर्विलेंस अधिकारी से संपर्क करें।
मंडलीय सर्विलेंस अधिकारी डॉ. देवेंद्र वार्ष्णेय ने बताया कि 20 मई 2022 तक यूके, यूएसए, यूरोप, आस्ट्रेलिया और कनाडा जैसे देशों से मंकीपॉक्स के मामले सूचित हुए हैं। परंतु इस रोग के कारण अभी तक कोई मृत्यु सूचित नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि भारत में मंकीपॉक्स का कोई भी मरीज संसूचित नहीं पाया गया है। विभिन्न देशों में रोगी पाए जाने के कारण भारत में इस बीमारी को प्रसार की संभावना नज़र अंदाज़ नहीं कर सकते। उन्होंने कहा अभी तक जो भी मामले अन्य देशो में आए हैं उनमें से अधिकतर उन लोगों ने अफ्रीकी देशों की यात्रा की है या पाज़िटिव केस के कांटेक्ट हैं।
------
सावधानी बरतने की जरूरत:
-मास्क लगाए, दो गज की दूरी बनाएं रखें
-हाथों को सैनेटाइज करते रहें
-अपने आसपास घर में सफाई रखें

Post a Comment