घर-घर जाकर खसरा के प्रति किया जागरूक

कसगज :–

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी व एसएमओ  ने सहावर के मनिकपुरा गाँव का किया निरीक्षण

कहा – बच्चों में चिकनपॉक्स नहीं बल्कि खसरा के लक्षण, आज लिया जायेगा ब्लड सैम्पल 

खसरा से  बचने के लिए टीकाकरण ज़रूरी : डीआईओ

जिले के सहावर ब्लॉक में नौ 9 बच्चों में चिकनपॉक्स के फैलने की जानकारी होने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट है । जिला प्रतिरक्षण अधिकारी (डीआईओ) डॉ. अंजुश सिंह, विश्व स्वास्थ्य संगठन के से सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर हार्दिक कंजारिया व बीपीएम अखण्ड प्रताप ने  मंगलवार को सहावर के मनिकपुर गाँव पहुंचे। डीआईओ ने बताया कि निरीक्षण के दौरान सभी बच्चों को घर - घर जाकर देखा गया, जिसमें 12 बच्चों में खसरा के लक्षण पाए गए। डॉ. अंजुश सिंह ने बताया कि परीक्षण के दौरान पता चला कि बच्चों को चिकन पॉक्स नहीं बल्कि खसरा के लक्षण  हैं। यह वह बच्चे हैं  जो कि टीकाकरण से मना करने वाले परिवार से हैं है। बुधवार को तीन टीमों द्वारा घर घर सर्वे किया जाएगा और ,सभी बच्चों का ब्लड सैंपल लिया जाएगा। रिपोर्ट के बाद ही खसरा की पुष्टि होगी।  खसरा के लक्षण वाले सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। उसके अगले दिन पुन: नियमित टीकाकरण सत्र आयोजित कर सभी बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। 


डीआईओ ने कहा - खसरा एक  संक्रमित बीमारी है, जिसको मीजल्स भी कहा जाता है। यह बीमारी संक्रमित बच्चे के सम्पर्क में आने से फैलती है। उन्होंने कहा कि बुखार के साथ साथ पूरे शरीर पर दाने दिखाई देना व दस्त लगना खसरा के लक्षण हैं । डीआईओ ने बताया कि खसरा पांच 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों में फैलता है। यह एक जानलेवा बीमारी है, खसरा गंभीर हो जाने पर बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है| उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील की है कि खसरा से बचाव के लिए नौ माह पर एमआर प्रथम डोज़ व विटामिन ए तथा 16 माह पर एमआर बूस्टर डोज़, विटामिन ए का टीका जरुर लगवाएं| संक्रमण में आने पर तुरंत ही नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक को दिखाएं व सलाह लें| उन्होंने कहा - जनसमुदाय की ज़िम्मेदारी है कि साफ सफाई का ख्याल रखें, जिससे कि संक्रामक बीमारियों से बचा जा सके |

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