अयोध्या -
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पुरुषोत्तम भगवान राम की नगरी अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए 5 अगस्त 2020 को होने वाले भूमि पूजन वाले दिन के लिए सम्पूर्ण राम नगरी को एक अभेद्य दुर्ग के रूप में बदलने की पूरी तैयारी कर ली गई है। तीन अगस्त को नगर की सभी सीमाएं सील कर दी जाएगी। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से बहुत बड़ी संख्या में पुलिस बल व सुरक्षा बलों की तैनाती की जाएगी।
4अगस्त से 5अगस्त तक अयोध्या की सुरक्षा में 3500 पुलिसकर्मी, 40 कंपनी पीएसी, 10 कंपनी आरएएफ, दो डीआईजी व आठ पुलिस अधीक्षक तैनात रहेंगे। सुरक्षा की कमान स्वयं एडीजी कानून व्यवस्था संभालेंगे।
बता दें कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था में 45 साल से कम उम्र के सुरक्षकर्मी ही तैनात किए जाएंगे। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री की मौजूदगी की वजह से सुरक्षा में कोई चूक ना हो के मद्देनजर अयोध्या हाइवे भी चार-पांच अगस्त को बंद किया जा सकता है।
वहीं, तैयारियों को परखने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं तीन अगस्त को अयोध्या का दौरा करेंगे जहां वह व्यवस्थाओं का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज रविवार को ही अयोध्या जाने वाले थे लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण कैबिनेट मंत्री कमल रानी वरुण के निधन के बाद उन्होंने अपना दौरा स्थगित कर दिया।
कांग्रेस ने भी राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के सभी निर्णयों का समर्थन किया है।
कांग्रेस ने अयोध्या में बनने जा रहे राम मंदिर के लिए गठित ट्रस्ट के सभी निर्णयों के समर्थन की घोषणा की है। कोरोनाकाल में राम जन्मभूमि पूजन में शामिल होने वाले लोगों और भाजपा-संघ के बुजुर्ग नेताओं के सवाल पर कांग्रेस प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने कहा, कांग्रेस सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करती है। राम मंदिर करोड़ों हिंदुस्तानियों की आस्था से जुड़ा है,कांग्रेस उसके निर्माण का भी स्वागत करती है।
उन्होंने कहा, राम मंदिर के लिए जो भूमिपूजन हो रहा है, इसमें किस किस की मौजूदगी रहेगी यह निर्णय सिर्फ ट्रस्ट का है। ट्रस्ट जो निर्णय लेगा, हम उसका समर्थन करते हैं। जो ट्रस्ट का निर्णय है और जिस भी व्यक्ति को इसमें शामिल होना है और नहीं होना है, ये उनका निर्णय है। बता दें कि सपा व बसपा ने भी राममंदिर को लेकर कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है।
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