कासगंज - पटियाली
कोरोना काल मै एम्बुलैंस कर्मी की समझदारी से बची जच्चा बच्चा की जान।एम्बुलेंस गाड़ी में ही जन्मा बच्चा।
कोरोना की बजह से जहाँ पूरा देश महामारी की संकट से झूझ रहा है वहीं इस संकट के दौर मे एम्बुलेंस कर्मियों द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है अपनी जान जोखिम मे डालकर और एक मीटर से कम दायरे मे रहकर एम्बुलेंस कर्मचारी उपचार और गर्भवती महिलाओ को नि : शुल्क सेवा दे रहे है |
जनपद के जिला प्रभारी शशांक शेखर जी ने बताया 102एम्बुलैंस मे जनपद के पटयाली ब्लॉक के गाँव नरेठी मे अमित कुमार की पत्नी शिवानी ने एक बेटी को जन्म दिया, आशा और एम्बुलेंस कर्मियों द्वारा नार्मल डिलीवरी कराई गई और उसके बाद उनको एम्बुलेंस 102 ने घर तक पहुंचाया।
आशा व एम्बुलेंस कर्मी ई. एम. टी राजेश और एम्बुलेंस चालक सत्यवीर ने बताया ज़ब शिवानी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तब उन्हें 102 नम्बर पर कॉल आया उसके पंद्रह मिनट के पश्चात ही एम्बुलेंस घर पहुंच गई प्रसव पीड़ा ज़्यादा होने पर ई.एम. टी राजेश कुमार और सत्यवीर की आशा की सहायता से सुरक्षित प्रसव कराया।
इस कोरोना काल के समय मे एम्बुलेंस कर्मियों का योगदान सरहानीय है।
कोरोना काल मै एम्बुलैंस कर्मी की समझदारी से बची जच्चा बच्चा की जान।एम्बुलेंस गाड़ी में ही जन्मा बच्चा।
कोरोना की बजह से जहाँ पूरा देश महामारी की संकट से झूझ रहा है वहीं इस संकट के दौर मे एम्बुलेंस कर्मियों द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है अपनी जान जोखिम मे डालकर और एक मीटर से कम दायरे मे रहकर एम्बुलेंस कर्मचारी उपचार और गर्भवती महिलाओ को नि : शुल्क सेवा दे रहे है |
जनपद के जिला प्रभारी शशांक शेखर जी ने बताया 102एम्बुलैंस मे जनपद के पटयाली ब्लॉक के गाँव नरेठी मे अमित कुमार की पत्नी शिवानी ने एक बेटी को जन्म दिया, आशा और एम्बुलेंस कर्मियों द्वारा नार्मल डिलीवरी कराई गई और उसके बाद उनको एम्बुलेंस 102 ने घर तक पहुंचाया।
आशा व एम्बुलेंस कर्मी ई. एम. टी राजेश और एम्बुलेंस चालक सत्यवीर ने बताया ज़ब शिवानी को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तब उन्हें 102 नम्बर पर कॉल आया उसके पंद्रह मिनट के पश्चात ही एम्बुलेंस घर पहुंच गई प्रसव पीड़ा ज़्यादा होने पर ई.एम. टी राजेश कुमार और सत्यवीर की आशा की सहायता से सुरक्षित प्रसव कराया।
इस कोरोना काल के समय मे एम्बुलेंस कर्मियों का योगदान सरहानीय है।

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