अलीगढ़ :–
-बेटी को देखकर भावुक हुए रोहित प्रकाश सक्सेना
-गर्भावस्था के प्रसव बाद खानपान पर दें विशेष ध्यान: डॉ. उपासना गोविंद
सरकार स्वास्थ्य सेवाएं हर दिन नए आयाम स्थापित कर रही हैं। इन क्रम में सीएमओ कार्यालय में तैनात और आगरा के मूल निवासी जिला प्रशासनिक अधिकारी की पत्नी भारती सक्सेना का इलाज गत माह से महिला चिकित्सालय में चल रहा था। सभी जांचे व डॉक्टरी सलाह पर महिला चिकित्सालय पर प्राप्त कर रहे थे। पांच अप्रैल दिन मंगलवार को चल रहे नवरात्रि के दिनों में जिला प्रशासनिक अधिकारी की पत्नी भारती सक्सेना ने कन्या को जन्म दिया। श्रीमती भारती का कहना है कि हमें सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का पूरा विश्वास है। इसलिए हमने सरकारी सेवा ली।
जिला प्रशासनिक अधिकारी श्री रोहित प्रकाश सक्सेना ने बेटी के जन्म पर कहा कि महिला चिकित्सालय की सुविधाएं बहुत ही बेहतर थीं और इसके अलावा वहां का पूरा स्टाफ का व्यवहार बहुत ही मृद था। गत माह इलाज से अब तक पूरे अस्पताल की व्यवस्था काफी बेहतर लगीं।
रोहित ने बताया एमसीएच विंग नवजात शिशु के इलाज के लिए काफी बेहतर सुविधा है, जो बच्चों के लिए अति आवश्यक है। उन्होंने बताया कि बेटी के जन्म के बाद एमसीएच विंग में मेरी बेटी को कुछ समय के लिए एसएनसीयू में रखा गया। क्यों कि जन्म के बाद पीलिया की शिकायत ना हो। कहा कि एमसीएच विंग में स्टाफ नर्स द्वारा काफी अच्छा ख्याल रखा गया। स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा प्रसव कराया गया। इसके अलावा अस्पताल में लगातार साफ सफाई होती रही और कायाकल्प मिशन के तहत जो कार्य किया गया है, वह काफी सराहनीय है। उन्होंने कहा शुरू से ही मुझे सरकारी व्यवस्थाओं में विश्वास रहा है। प्रशासनिक अधिकारी बनने पर लोगों का विश्वास प्रगाढ़ करने की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि पत्नी का प्रसव कराकर लोगों को यह विश्वास दिलाने का प्रयास किया है। सरकारी अस्पतालों की सेवाएं बेहतर हैं। अस्पताल में डॉक्टर, स्टाफ नर्स व अन्य व्यवसायों की कोई कमी नहीं है। सिजेरियन डिलीवरी के बाद पत्नी और बेटी दोनों स्वस्थ व सुरक्षित हैं।
उन्होंने महिला चिकित्सालय की सीएमएस डॉ रेनू शर्मा का धन्यवाद करते हुए लोगों से अपील की है जिन लोगों के मन में गलत विचार हैं उन विचारों को दूर करने के लिए महिला चिकित्सालय अस्पताल में ही संस्थागत प्रसव कराएं। इस लड़ाई में उत्तर प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग आपके साथ है और उत्तम से उत्तम स्वास्थ्य की बेहतर सुविधाएं प्रदान करें।
वर्जन--
मोहनलाल गौतम राजकीय महिला चिकित्सालय कि मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका डॉ. रेनू शर्मा ने बताया कि महिला चिकित्सालय में डिलीवरी के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं व प्रशिक्षित स्टाफ मौजूद है। सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों के साथ ही कई समृद्ध परिवार भी हमारे अस्पताल में आकर इलाज लेते हैं। सिजेरियन डिलीवरी के लिए हमारे हॉस्पिटल में तैनात डॉक्टर सेवाएं देते हैं। लोग निःसंकोच भाव से महिला अस्पताल आकर डिलीवरी, जांच व टीकाकरण करा सकते हैं। हमारे लिए मरीज का बेहतर इलाज महत्वपूर्ण होता है। सीएमएस ने बताया कि सरकार द्वारा जितनी भी गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशु को सुविधाएं दी जाती हैं। इसमें महिला चिकित्सालय के स्टाफ का ज्यादातर रहता है कि अधिक से अधिक लाभार्थियों को उन योजनाओं से लाभान्वित कर सकें।
डॉ. रेनू का कहना है कि पूरा प्रयास है कि रोगियों और तिमारदारों को चिकित्सालय में वह सभी सुविधाएं मिलें जिनके वह हकदार हैं जैसे गर्मी का मौसम है, तो उन्हें कूलर की या ऐसी की हवा की सुविधा मिले, ठीक से बैठने की सुविधा मिले, भोजन अच्छे से अच्छा मिले, इसमें स्टाफ का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है और अच्छे से अच्छा खाना दें जो हम खुद खा सकें। ऐसा खाना जो हम चिकित्सालय में उपलब्ध करा सकें। उन्होंने कहा कि चिकित्सा में पानी पीने की व्यवस्था को लेकर अस्पताल में गढ़े रखवा दिए हैं, अगर लाइट भी न हो फिर भी ठंडा पानी की व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सके। इसके अलावा अस्पताल में लॉकर भी बनवा दिए हैं ताकि मरीज अपना व्यक्तिगत सामान व कपड़े रख सकें उनकी हर सुविधा का रखने का पूरा प्रयास कर सकें।
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प्रसव के बाद खानपान पर दें विशेष ध्यान:
महिला चिकित्सालय की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. उपासना गोविंद ने बताया कि महिलाओं को प्रसव के बाद भी अपने खानपान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। क्योंकि स्तनपान और शिशु दोनों के लिए लाभदायक है। इसमें कैल्शियम और आयरन की पूर्ति आवश्यक है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा दूध, फल, मखाने व ड्राई फ्रूट्स डिलीवरी के बाद भी लेते रहना चाहिए। जिससे कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे। उन्होंने कहा बाहर की चीजें जैसे कोल्ड ड्रिंक व जंक फूड आदि को नहीं लेना चाहिए।
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