अलीगढ़ :–
-पौष्टिक आहार व आराम भी जरूरी : डॉ चंचल वार्ष्णेय
28 मई को विश्व भर में मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 2014 में जर्मन के 'वाश यूनाइटेड' नाम के एक एनजीओ ने की थी, जिसका मुख्य उद्देश्य लड़कियों और महिलाओं को महीने के उन चार से पांच दिन यानी मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता रखने के लिए जागरूक करना है।
महिलाओं में मासिक धर्म (पीरियड्स) शरीर में होने वाली एक सामान्य प्रक्रिया है। जो एक मासिक धर्म प्रकृति से जुड़ी एक प्रक्रिया है। माहवारी को प्रजनन के लिए जरूरी माना जाता है। लेकिन अधिकांश महिलाओं को माहवारी के दौरान साफ सफाई न रखने से कई बीमारियां हो जाती हैं। यही समस्याएं बांझपन, सर्वाइकल कैंसर और प्रजनन अंगों में संक्रमण तथा हेपेटाइटिस बी जैसे गंभीर रोगों को जन्म देती हैं। यह कहना है महिला चिकित्सालय की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ चंचल वार्ष्णेय का।
डॉ चंचल ने बताया कि 28 मई को विश्व भर में मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 2014 में जर्मन के वाश यूनाइटेड नाम के एक एनजीओ ने की थी। इसका मुख्य उद्देश्य लड़कियों और महिलाओं को महीने के उन चार से पांच दिन यानी मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता रखने के लिए जागरूक करना है।
उन्होंने कहा कि ज्यादा तनाव अत्यधिक दवाओं के सेवन से ही हार्मोनल असंतुलन की वजह से ऐसा हो सकता है। इसके कारण महिला चिकित्सालय की ओपीडी में रोजाना 15-20 महिलाएं यानी माह में 500 से 600 से ज्यादा रक्तस्राव से पीड़ित महिलाओं को अत्यधिक देखा गया है। उन्होंने कहा कि कई बार ज्यादा रक्त स्राव के कारण खून की कमी और दूसरी मनोवैज्ञानिक परेशानियां भी हो सकती हैं, तनाव और दबाव आदि का भी स्त्रियों के स्वास्थ्य पर काफी असर देखने को मिला है।
डॉक्टर वार्ष्णेय बताती हैं कि महिला चाहे किसी भी उम्र की हो माहवार के दौरान सफाई और स्वच्छता का ध्यान देना सभी के लिए बहुत जरूरी है इस दौरान स्वच्छता को बनाए रखने के लिए निम्न बातों पर विशेष ध्यान में रखना जरूरी है:-
•कम से कम 6 घंटे में सेनेटरी नैपकिन यानी पैड बदलें।
•घर में रखे पुराने गंदे कपड़े का प्रयोग न करें।
•समय-समय पर अपने निजी अंग यानी योनि तक उसके आसपास की सफाई करते रहें।
•नियमित तौर पर नहाए।
•खानपान का विशेष ख्याल रखें।
•अपनी भोजन कार्य तथा व्यायाम संबंधी नियमित दिनचर्या का पालन करें।

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