निजी क्षेत्र की सहभागिता और साथ करेगा क्षय रोग का समूल नाश

अलीगढ़ :–


-जिले में अभी और भी संक्रमित टीबी रोगियों को लिया जाएगा गोद : डॉ. अनुपम भास्कर

क्षय रोगियों को गोद लेने की मुहिम रंग लाती दिख रही है। बुधवार को रामघाट रोड स्थित वार्ष्णेय चेस्ट क्लिनिक एवं आई सेंटर पर डॉ. पवन वार्ष्णेय की ओर से 20 टीबी मरीजों को जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.अनुपम भास्कर की उपस्तिथि में पोषाहार का वितरण किया गया। इसमें जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनुपम भास्कर ने पोषाहार वितरित करते हुए डॉ. पवन वार्ष्णेय का आभार व्यक्त किया।

 साथ ही आह्वान किया कि टीबी ग्रसित मरीजों को गोद लेने के लिए अन्य सामाजिक संस्था,निजी चिकित्सक,औद्योगिक क्षेत्र, व्यक्तित्व वाले धनाढ्य लोग आदि भी आगे आएं और अलीगढ़ को सर्वप्रथम टीबी मुक्त बनाने में अपना अमूल्य योगदान देते हुए माननीय प्रधान मंत्री जी के टीबी मुक्त भारत 2025 मिशन को पूर्ण करने में सहयोग करें ।

जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनुपम भास्कर  ने बताया कि जिले में अभी और भी टीबी मरीजों को गोद लिया जाना है। डीटीओ ने कहा कि टीबी मरीजों को इलाज के बारे में प्रतिदिन समझाया जा रहा है। पोषाहार व नियमित दवा का सेवन ही करेगा टीबी पर वार। उन्होने कहा कि शासन द्वारा प्रत्येक विभाग को टीबी मरीजों को गोद लिए जाने हेतु आदेशित किया गया है। यहां भी बता दें कि डॉ.पवन वार्ष्णेय ने 20 टीबी मरीजों को गोद लिया है। टीबी मरीजों को दी गई पोषण किट में मूंगफली, चना, गुड़, सत्तू, गजक सहित कुछ सप्लीमेंट हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं।

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2025 तक टीबी को हराने का संकल्प:

स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से पोषाहार वितरण कार्यक्रम में टीबी मरीजों को डॉ. पवन वार्ष्णेय एवं उनकी धर्म पत्नी ने पोषाहार वितरित किया। डॉ. पवन वार्ष्णेय ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की यह पहल निश्चित तौर पर 2025 तक देश से टीबी को हराने में सफल होगी। उन्होंने कहा कि वह निकट भविष्य में और भी टीबी मरीजों को गोद लेंगे व गोद लिए गए टीबी मरीजों के पोषण का ख्याल रखेंगे । हम अपनी नैतिक जिम्मेदारी का पालन करेंगे व क्षय रोग उन्मूलन की दिशा में सरकारी स्वास्थ्य विभाग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर निजी क्षेत्र चिकित्सक भी टीबी को हराने में मदद करेंगे ।

जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेंद्र कुमार ने बताया इनका नि:शुल्क उपचार होने के साथ-साथ इन्हें पोषण के लिए 500 रूपए का पोषण भत्ता हर माह इनके खाते में भेजा जा रहा है। साथ ही विभाग टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को जल्द से जल्द प्राप्त करने के लिए हर टीबी मरीज को प्रत्येक माह पौष्टिक आहार (पोषाहार) वितरित कर रहा है। सैकड़ों टीबी मरीजों को कई विभाग व निजी संस्थाओं ने गोद लिया है। स्वास्थ्य विभाग के आह्वान पर क्षय रोगियों को गोद लेने के लिए अन्य विभाग व स्वयंसेवी संस्थाएं भी आगे आएं। आपसी समन्वय व सहयोग से हम सभी को मिलकर टीबी मुक्त भारत बनाना है। साथ ही सभी से अपील की है कि अगर आपको या आपके किसी प्रियजन को दो हफ्तों से ज्यादा खांसी हो तो तुरंत निकटम सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर निशुल्क जांच कराएं। निक्षयमित्र बनकर टीबी मरीजों को पोषण और व्यावसायिक सहायता प्रदान करें।

कार्यक्रम में जिला समन्वयक पीपीएम पीयूष अग्रवाल और जिला पब्लिक प्राइवेट समन्वयक डेविड कुमार शाही उपस्थित रहे।

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