कासगंज :–
1– बच्चे का पिता ही निकला 3माह के बच्चे का विक्रेता
2– पुलिस ने 12 घंटे में ही बच्चे की सकुशल बरामदगी की
3– बच्चे के पिता,चाची के अलावा 3 अन्य गिरफ्तार, भेजा जेल
4– एक लाख में बच्चे का खरीददार अभी पुलिस की पकड़ से बाहर
5– एक लाख में खरीदकर 5 लाख में की बच्चे की सौदा
6– एटा के खेतूपुरा गांव के प्रधान का चाचा निकला कासगंज के बच्चे का सौदागर
7– बच्चे का पिता और चाची, ओमपाल, बदन सिंह की मदद से कराया गया था बच्चा चोरी
8– सोरों के कुमरौआ गांव में बीती रात मां के पास सोते समय किया था नाटकीय ढंग से तीन माह का बच्चे को गायब
जनपद कासगंज के कोतवाली क्षेत्र सोरों में कुमरौआ गांव में मां के पास सो रहे एक 3 माह के मासूम बच्चे को गायब हुए 12 घंटे के अंतराल में पुलिस ने सकुशल बरामद कर लिया है। बच्चे के पिता और चाची ने चंद रुपए के लालच में आकर बच्चे को खेतूपुरा के प्रधान के चाचा को एक लाख रुपए में बेच दिया था, जबकि प्रधान के चाचा और एक अन्य ने पांच लाख रूपये में दूसरी जगह बरेली में पांच लाख रूपये में बेचने का सौदा तय कर दिया था।
आपको बता दें कि सोरों कोतवाली क्षेत्र के गांव कुमरौआ में बीती रात रवेंद्र का तीन माह का बेटा ईशान अपनी मां के पास सो रहा था, बच्चा अचानक से गायब हो गया था, इस मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति को हुई तो वह भी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और डाँग स्क्वायड टीम सहित तीन टीमो को लगाया, मामला एक मासूम बच्चे के चोरी होने से जुडा हुआ था, इसलिए एसपी ने डाँग स्क्वायड, एसओजी, सोरों पुलिस को खोजबीन के लिए लगाया, टीमों का शक लगातार उसके पिता पर हो रहा था, पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो सारा राज खोल दिया।
पुलिस अधीक्षक बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया –
तीन टीमों ने 12 घंटे के अंदर सफलता प्राप्त की है, बच्चे को सकुशल बरामद कर उसकी मां के सुपुर्द कर दिया है।इसमें ये पता चला है कि बच्चे के पिता हैं रवेंद्र उन्होंने ये षड्यंत्र रचकर ये सौदा किया था, इनके एक छोटे भाई हैं बौबी उनकी पत्नी है मनी और एक एटा के जैथरा थाना क्षेत्र के खेतूपुरा निवासी हैं ओमपाल यादव और रजपुरा गांव निवासी बदन सिंह है,इन सभी ने मिलकर ये षड्यंत्र रचा था, ओमपाल सिंह यादव अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है, जिन्होंने बरेली में सौदा किया है, उनको भी हम पकड़कर गिरफ्तार करेंगे, पांच लाख रूपये में सौदा किया था, ओमपाल ने पहले भी एक लाख में एबॉर्शन कराने का काम कर चुका है, उसकी भी जांच चल रही है, डीआईजी साहब ने टीम को 40 हजार रूपये का नकद पुरस्कार दिया है।

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