हर कदम प्रयास – डॉ कंचन जैन स्वर्णा

अलीगढ़ :–


हर प्रयास के, कदमों की आहट से।

  गूंजे जहान,हौसलों की उड़ान से।

  जो छू ले आसमान।

 स्वप्नों की दुनिया है, ऐसी

प्रयास  कर तो सही।

रूबरू होगा तू , सफलता की मंजिल से ।

हरेक प्रयासों से सफल हुए,

 प्रयास करो,  हंसते हुए। 

सफलता मिलेगी, 

 प्रयास करो, विश्वास करते हुए।

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