राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस अभियान की हुई शुरुआत, 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को खिलाई जाएगी पेट के कीड़े मारने की दवा

कासगंज :–


जनपद में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस (एनडीडी ) कार्यक्रम के अंतर्गत जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के नेतृत्व मे शुक्रवार को प्राथमिक विद्यालय मामो मे मुख्य विकास अधिकारी तेज़ प्रताप मिश्र ने फीता काटकर उद्घाटन किया। अभियान में 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति  दिवस के तहत आशा व आंगनवाड़ी कार्येकर्ता द्वारा घर घर जाकर पेट के कीड़े निकालने के लिए एल्बेंडाजोल खिलाई जाएगी। | जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की देखरेख में यह अभियान 11, 12  मार्च को स्कूलों व आंगनवाड़ी केंद्रों पर  चलेगा।  इस कार्यक्रम को पूरी तरह सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि कोरोना महामारी के कारण आंगनवाड़ी केंद्र और स्कूल आदि बंद चल रहे थे। इसलिए इस बार आशा और आंगनवाड़ी कार्येकर्ताओं तथा फ्रंट लाइन वर्करों की मदद से 1 वर्ष से 19 वर्ष के बच्चों को एल्बेंडाजोल गोली 1263 स्कूल, 8 कस्तूरबा गाँधी इंटर कॉलेज व 2444 आंगनवाड़ी केंद्रों पर खिलाई जाएगी।

सीएमओ  का कहना है कि एल्बेंडाजोल के खाने से पेट के कीड़ों से बचाव होता है| यह दवा पूर्ण सुरक्षित है और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। उन्होंने बताया कि यह दवा खाली पेट दवा नहीं खानी है। बच्चों के पेट में कीड़े होने पर शरीर में बच्चों के शरीर में खून की कमी हो जाती है जिससे बच्चे का शारीरिक व मानसिक विकास  नहीं हो पाता और शरीर कुपोषण कुपोषित हो सकता है। कुपोषित हो जाता है।

 उन्होंने कहा कि साफ सफाई का ध्यान रखने से कृमि मुक्ति के संक्रमण से बचा जा सकता है। घरों के आस पास साफ-सफाई का ध्यान विशेष ध्यान रखें। हाथों व नाखूनों को छोटा और साफ रखें। स्वच्छ पानी का इस्तेमाल करें।

कार्यक्रम के  नोडल अधिकारी डॉ. अवनींद्र कुमार का कहना है कि बहुत छोटे बच्चों को दवा पीस कर खिलाई जाएगी। जबकि बढ़े बच्चों को दवा चबाकर खानी है। दवा खाने के पश्चात उल्टी या दिल मचलाना महसूस हो तो घबराएं नहीं। पेट में कीड़े की दवा खाने के बाद सरदर्द, उल्टी, मिचली, थकान होना या चक्कर आना महसूस सामान्य बात है। बस थोड़ी देर ही लगेगा फिर सब सही हो जाएगा। ज़्यादा परेशानी होने पर तुरंत आंगनवाड़ी से सम्पर्क करें या मुफ्त एंबुलेंस सेवा के टोल फ्री नंबर 108 से मदद लेकर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सक से परामर्श लें।

डीसीपीएम के पी सिंह ने बताया कि एक से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमि संक्रमण से बचाव हेतु 7लाख 16 हज़ार 8 सौ 16 बच्चों को पेट के कीड़े मारने वाली दवा  का लक्ष्य रखा गया है। छूटे हुए बच्चों को दवा खिलाने के लिए 14 मार्च से कृमि मुक्ति अभियान 19 मार्च तक चलाया जाएगा। इस अभियान में स्वास्थ्य विभाग, बाल विकास विभाग एवं शिक्षा विभाग का सहयोग रहेगा।

डीसीपीएम ने बताया 1210 ग्रामीण आशा व 25 शहरी आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व फ्रंट लाइन कार्यकर्ता की मदद से 1 वर्ष से 19 वर्ष के सभी बच्चों को दवा खिलाई जाएगी। उन्होंने बताया किसी अभिवावक को दवा रखने या बाद मे खिलाने के लिए नहीं दी जाएगी। एल्बेंडाजोल आशा व आगंनबाड़ी के सामने ही खिलानी है।

कार्यक्रम मे मुख्य विकास अधिकारी तेज़ प्रताप मिश्र, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनींद्र कुमार, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अविनाश कुमार, डीसीपीएम के. पी. सिंह, अधीक्षक डॉ. आकाश सिंह एबीएसए, बीपीएम बीसीपीएम व अन्य लोग मौजूद रहेे। 

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