अलीगढ़ :–
-क्षय उन्मूलन के लिए शुरु होगा दस दिवसीय अभियान
-सर्वे करने वाली टीम को मिलेगी 600 रुपए प्रोत्साहन राशि
राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत टीबी के मरीजों की खोज के लिए नौ से 22 मार्च तक एक्टिव केस फाइंडिंग कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसके तहत जिले की 20 प्रतिशत से अधिक आबादी को ध्यान में रखते हुए क्षय रोगियों की खोज की जाएगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नीरज त्यागी ने बताया कि एक्टिव केस फाइंडिंग के माध्यम से जिले में क्षय रोग से संक्रमित व्यक्तियों की पहचान की जाएगी। उन्हें निःशुल्क जांच व उपचार भी दिया जायेगा ।
जिला कार्यक्रम समन्वयक सतेन्द्र कुमार ने बताया कि जिले में लगभग 42 लाख की आबादी है । इसमें बीस प्रतिशत यानी लगभग 8.40 लाख लोगों में टीबी के लक्षण के आधार पर जांच कराई जाएगी । लक्षण होने पर सर्वे टीम उसी समय व्यक्ति के बलगम का नमूना लेकर जांच के लिए भेजेंगी । रोग की पुष्टि होने पर दो दिन के भीतर व्यक्ति का उपचार शुरू हो जायेगा। यह पूरा अभियान पोलियो अभियान की तरह चलाया जायेगा। इस गतिविधि में यदि व्यक्ति में रोग की पुष्टि होती है तो सर्वे टीम को 600 रुपये की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। सफल क्रियान्वयन के लिए पूरे कार्यक्रम की नियमित समीक्षा,पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण भी किया जायेगा ।
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शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है क्षय रोग:
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अनुपम भास्कर ने बताया कि क्षय रोग माइक्रोबैक्टीरिया, ट्यूबरक्लोसिस नामक जीवाणु के संक्रमण के कारण होता है। यह रोग मुख्यतः फेफड़े में होता है, लेकिन शरीर के अन्य अंगो जैसे दिमाग, हड्डी , ग्रन्थियों व आंत में भी हो सकता है। यह रोग टीबी के रोगी द्वारा खांसने या छींकने, रोगी द्वारा इधर उधर खुली जगह पर बलगम थूकने पर के संपर्क में आने वालों को हो सकता है।
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यह हैं क्षय रोग के लक्षण:
डॉ. अनुपम भास्कर ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी रहे , बुखार रहता हो तथा शाम को बढ़ जाता हो, सीने में दर्द हो, खांसी के साथ खून आए, भूख न लगे, वजन घटता हो यह टीबी के लक्षण हैं। यदि किसी भी व्यक्ति के अन्दर क्षय रोग के यह लक्षण दिखाई दें तो उनकी जांच कराएं। जनपद में टीबी की जांच के लिए ट्रूनाट व एक सीबीनाट मशीन है।
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मरीजों के इलाज के लिए यह हैं सुविधाएं:
राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के जिला टीबी एचआईवी समन्वयक नईम अहमद ने कहा कि 12 ब्लाकों में कुल 22 टीबी यूनिट है। 35 माइक्रोस्कोपिक सेंटर है। 3 लेड माइक्रोस्कोप है, 4 सीबीनाट व 8 ट्रूनाट मशीन है। एक डीडीआरटीबी सेंटर मेडिकल कॉलेज में हैं। क्षय रोगियों को सारी सुविधाएं मुफ्त मिलती हैं।
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