अलीगढ़ :–
पेंटिंग में शांत रात्रि में नाविक द्वारा यात्रियों को भ्रमण कराने का एवं चंद्रमा की चांदनी एवं हल्की वर्षा के आनंद की अनुभूति के सुखद चित्रण को दर्शाने का प्रयास किया गया।
डॉ कंचन जैन के अनुसार - शांत बहते समुद्र में एक नाविक नाव चलाने का अभ्यास करके एक अच्छा नाविक कभी नहीं बन सकता है। जीवन में बाधाओं का आना जाना जीवनंता का प्रमाण हैं। इन आती जाती बाधाओं का सामना करके ही एक नाविक अपनी क्षमताओं को बढ़ा सकता हैं। अगर वह नाविक तूफान एवं तेज लहरों को समस्या मानकर डरकर भागेंगा तो उसकी योग्यता निखरेंगी नहीं बल्कि वह संकट में आ जाएगा।जीवन में समस्याओं से डरे नहीं बल्कि उनका सामना करें।
वर्ष- 2014
राष्ट्रीयता- भारतीय
माध्यम -आर्टिस्ट कलर एवं आर्टिस्ट पेंसिल का प्रयोग
चित्रकार- डॉ कंचन जैन
Post a Comment