अलीगढ़ :–
-इस वक्त बुखार डेंगू, मलेरिया या हेपेटाइटिस का भी हो सकता है
-डॉक्टर की सलाह पर खून का परीक्षण भी कराएं : डॉ. दुर्गेश कुमार
जनपद में इस वक्त वायरल बुखार के मामले सामने आ रहे हैं । ऐसे में बच्चों को बुखार आने पर सतर्क रहने और लक्षणों पर ध्यान देने की जरूरत है।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ राहुल कुलश्रेष्ठ ने बताया कि इस वक्त बुखार के मरीज ज्यादा आ रहे हैं। ऐसे में बच्चों को बुखार आए तो इसमें लापरवाही न करें। इस वक्त बुखार डेंगू, मलेरिया, वायरल और हेपेटाइटिस का भी हो सकता है। इसलिए बच्चों को बुखार आने पर उन्हें डॉक्टर को दिखाएं और उनकी प्राथमिक तौर पर खून की जांच भी कराएं।
एसीएमओ व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि इस वक्त आ रहे बुखार में बच्चों को उल्टी इत्यादि की शिकायत भी हो रही है। ऐसे में उनके शरीर में पानी की कमी हो जाती है, बच्चे का खाना भी बंद हो जाता है। इस स्थिति में शरीर का खून गाढ़ा होने लगता है। इस स्थिति में माइक्रो लेवल पर हाइपोक्सिया की स्थिति बन जाती है। इस स्थिति से बचने के लिए बच्चे को बुखार आने पर उनके लक्षणों पर ध्यान दें। यदि उल्टी, पेट दर्द इत्यादि हो तो तुरंत डॉक्टर को बताएं। पानी को उबालकर पिलाते रहें व ओआरएस का घोल बच्चे को पिलाएं। फ़ास्टफूड के प्रयोग से बचे ।
डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि बुखार आने से पहले ही बचाव करना ज्यादा जरूरी है। पानी को इस वक्त उबालकर पिएं। अपने आसपास साफ-सफाई रखें और मच्छरों को पनपने न दें। कूलर इत्यादि में भरे पानी को साफ करते रहें। पूरी बाजू के कपड़े बच्चों को पहनाएं। मच्छरदानी का उपयोग करें।
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ये करें:
-मास्क का उपयोग करें
-मच्छरदानी का उपयोग करें
-अपने आसपास जलभराव न होने दें
-फुल आस्तीन के कपड़ें पहनें
-बुखार आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
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